UPPCS 2022 PYQ Mains General Studies 4
खण्ड अ
प्रश्न 1. लोक सेवकों की लोकतत्रीय अभिवृत्ति एवं अधिकारीतंत्र अभिवृत्ति में अंतर बताइए।
प्रश्न 2. जनता के विरोध के संबंध में अनुनय की भूमिका की तर्क सहित व्याख्या कीजिए।
प्रश्न 3. निष्पक्षता को पारिभाषित कीजिए और कमजोर वर्ग की समस्याओं के समाधान में निष्पक्षता की भूमिका की विवेचना कीजिए।
प्रश्न 4. संवेगात्मक बुद्धि से आप क्या समझते हैं, इसके आयामों की विवेचना कीजिए।
प्रश्न 5. लोक सेवकों के संदर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिता की व्याख्या कीजिए।
- समर्पण
- जवाबदेही
प्रश्न 6. प्रशासन एक नैतिक कार्य है और प्रशासक एक नैतिक अधिकर्ता है, इस कथन को स्प्ष्ट कीजिए।
प्रश्न 7. क्या आप स्वीकारते हैं कि जन संस्थाएं जनता के अधिकारों के संरक्षण में सफल है।
प्रश्न 8. अन्तरात्मा की आवाज से आप क्या समझते हैं, लोक सेवकों के कर्तव्य निर्वहन में यह किस प्रकार मदद करता है
प्रश्न 9. वे कौन सी परिस्थितियाँ हैं जो अधिकारी की सत्यनिष्ठा के बारे में संदेह उत्पन्न करती हैं।
प्रश्न 10. विभेद कीजिए
- सदाचार - संहिता और आचार - संहिता में।
- सहिष्णुता और करूणा में।
खण्ड ब
प्रश्न 11. अभिक्षमता किस प्रकार रूचि से भिन्न हैं, यदि किसी में लोक सेवक बनने की रूचि है लेकिन लोक सेवाओं का निर्वहन करने की अभिक्षमता नहीं है, तो क्या वह लोक सेवक के रूप में सफल होगा। विवेचना कीजिए।
प्रश्न 12. सहनशीलता सर्वोत्तम मूलभूत मूल्य है, इस कथन की विवेचना एक लोक सेवक के संदर्भ में कीजिए।
प्रश्न 13. सामाजिक प्रभाव से आप क्या समझते हैं, सामाजिक प्रभाव और अनुनय कैसे व्यवहार में परिवर्तन ला सकते हैं।
प्रश्न 14. करूणा की आधारभूत आवश्यकताएँ क्या हैं, लोक सेवा में कमजोर वर्ग के प्रति करूणा की क्या आश्यकता है
प्रश्न 15. भीड़ एक अस्थायी समूह होता है जो दुर्घटना या विरोध या प्रदर्शन की स्थिति में तत्काल एक स्थान पर एकत्र हो जाता है। इस भीड़ के हिंसात्मक होने की संभावना बनी रहती है। बहुत बार यह भीड़ अनावश्यक हिंसा की स्थिति पैदा करती है। किस अनुनयात्मक विधि से भीड़ को नियंत्रित और संतुष्ठ किया जा सकता है, व्य़ाख्या कीजिए।
प्रश्न 16. सूचना का अधिकार अधिनियम केवल नागरिकों के सशक्तिकरण के बारे में नहीं है, अपितु यह आवश्यक रूप से जवाबदेही की संकल्पना को पुनर्परिभाषित करता है।
प्रश्न 17. उपयुक्त उदाहरणों द्वारा निगमित शासन में नैतिक मुददों की व्याख्य़ा कीजिए।
प्रश्न 18. समाज में भ्रष्टाचार के रोकने के लिए आपके अनुसार क्या कदम उठाने चाहिए। व्याख्या कीजिए।
प्रश्न 19. आचरण की शुद्धि के लिये बूद्ध द्वारा बातए गए अष्टांगिक मार्ग की वयाख्या कीजिए।
प्रश्न 20. संजीव एक आदर्शवादी है। उसका विश्वास है कि सत्य सर्वश्रेष्ठ सद्गुण है तथा सत्य से कभी समझौता नहीं करना चाहिेए। एक दिन उसमे डंडा तथा पत्थर हाथ में लिए हुए लोगों की भीड़ से भागते हुए एक व्यक्ति को देखा। वह उसे एक विशिष्ट स्थान पर छुपते हुए भी देख लेता है। भीड़ ने संजीव से पूछा कि क्या उसने चोर को देखा, संजीव ने सच बता दिया और उस जगह की और इशारा कर दिया जहाँ उसे छुपते हुए दिखा था। भीड़ उस व्यक्ति को पकड़ लेती है और मरने तक पीटती रहती है। उपर्युक्त परिस्थिति के प्रकाश में संजीव के आचरण पर टिप्पणी कीजिए।
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